जो अनचाहे याद आ जाती है
मन को खींच ले जाती है
व्यर्थ की सोच में
दिनभर !!!
कई बातें ऐसी होती है
जिसे कहा नहीं जाता है
और रहा भी नहीं जाता है
बिना कहे
लेकिन रहना पड़ता है
बिना कहे !!!
कई बातें ऐसी होती है
जिसे समझ नहीं पाते
लेकिन समझ में आते हैं
उसके केन्द्रीय भाव
कुछ-कुछ, भूले बिसरे
जिसकी खोज में
मन बेचैन रहता है
उसके ढूॅ॑ढ़ने तक
मन को
तसल्ली नहीं होती है !!
कई बातें ऐसी होती है
कुछ लोगों की
जो चालाकियॉं दिखाते हैं
अपने इरादे छुपाते हैं
सबके सामने
लेकिन कह नहीं पाते हैं
उसके सामने
क्योंकि हर कोई
समझ नहीं पाते हैं
उनके इरादे
शराफ़त ओढ़े होते हैं
लोगों के बीच में !!!
ऐसी ही
कई बातें होती है
जिसे कह नहीं पाते हैं
मैं और आप !!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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