दोस्ती बन्धन नहीं
मुक्ति का अहसास है
हर पल खुशी मिलेगी
यदि सच्चे दोस्त पास है
अवसाद की बदली छट जाएगी
हर ग़म खुशी में बदल जाएगी
बातें करो दिल खोल के
बातों ही बातों पे हॅंसी आ जाएगी !!!
अभी तो मैं हंसा था
जब तुम मिले थे
दिल खोलकर
उस वक्त अपना लगे थे तुम
मुझे महसूस हुआ था
कोई छुपाव दुराव नहीं है तुममें
मैं समझता हूॅं
यही दोस्ती थी !!!
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