madness of love poetry
मैं तो खोया था तेरी बातों में
तुम चले गए तो मुझे जगा देते
हुई थी अगर गुस्ताखी मुझसे
नहीं होते दुबारा अगर बता देते
माना मैं बुरा था बहुत
तुम अच्छे थे मुझे बता देते
इतनी चाहत थी कि तेरे पास रहे
जाना था तुझे मुझे नींद में सुला देते !!
madness of love poetry
प्यार हुआ था
विश्वास हुआ था
इसलिए शक नहीं हुआ था
अपनी ही चाहत में समझ न पाया
इस तरह छोड़ोगे एतबार नहीं था
बेवजह ठहरा मैं तेरे पास
जिसे कभी प्यार नहीं था !!!
मैं तेरी बातों से आश्वस्त था
तू मुझे चाहता है यही सोचकर
लेकिन तुने व्यवहार में संबंध स्थापित किया था
जो व्यापार था
कुछ मतलब के आदान-प्रदान से !!!
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