धन दौलत Poem on Wealth

Poem on Wealth 
पैसे कमा कर
अपने धन-सम्पत्ति-वैभव पर
इतरा तो सकते हो
लेकिन संतुष्टि नहीं मिलेगी
अनन्त काल तक !!!

धन दौलत की अपनी अहमियत है
कुछ लोग सम्हालें रखते हैं
उसके लिए
धन दौलत इक्ट्ठा करने की चीजें हैं
कुछ लोगों का
जीवन सुगम बनाने का नजरिया 
बेहतर  होगा
लक्ष्मी की सवारी
न बने
उल्लू की तरह
बल्कि उपयोग करें
इंसानों की तरह !!!!!

Poem on Wealth


कुछ लोग
धन दौलत इक्ट्ठा करके
खुश हो जाते हैं
इस तरह
गरीब लोगों से
खुद को अलग कर जाते हैं !!!!

चाहत कम हो सुविधाओं की
ज़रूरत कम होती है पैसों की
सम्हालें अपना अरमान कुछ हद तक
वर्ना धन की जरूरत नहीं है जितनी मोहब्बत की !!!!
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