क्या जवाब है तेरा

तुमसे एक सवाल है मेरा
बताओं क्या जवाब है तेरा
कर के बेवफ़ाई मुस्कुराते हो
ये इश्क में क्या हिसाब है तेरा
जब तक उम्मीद बनी रही
मैंने ढका 
अपने प्यार को
उन अविश्वास प्रस्ताव को
ठुकराया
यही सोच कर
गलत है
मेरा अविश्वास
और मैंने प्रेम में
फिर जीना सीखा
अपनी उम्मीदों के भरोसे
जबकि मेरा प्यार
अविश्वास प्रस्ताव
से हार चुका था
बहुत पहले !!!

मेरी उम्मीद
जटिलताओं से भरी रही
कभी टूटती
कभी बनती
इस तरह
मेरी उम्मीद
रोज मुझे
मारती है
दिन और रात में
बार - बार !!!

सरल नहीं था
मेरा जीवन
अपनी उम्मीदों के चक्र में
फंसा हुआ
इस अविश्वास के दौर में
किसी से विश्वास करके !!!

मेरी उम्मीद
मेरी आशा
मेरे जीवन की परिभाषा
तुम जब भी
मुझे ठगोंगे
बहुत सुकून पाओगे
लेकिन मैं
मर तो नहीं जाऊंगा
लेकिन
कभी जी नहीं पाऊंगा
क्योंकि मेरी आशा, विश्वास
तोड़ चुके हो !!!!

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