जिसका प्रभाव बच्चों पर पड़ता है । क्योंकि आप बच्चों का आदर्श है । बच्चें आपसे दिल से जुड़े रहते हैं । जिस प्रभाव से आप अपने विचारों को रखते हैं । जितना प्रभाव अपने आसपास में डालते हैं । जिसे आपका परिवेश स्वीकार करता है या फिर अस्वीकार करते हैं । जिसे आपके बच्चे आंकते हैं । हो सकता है,, बाहरी परिवेश में आपका प्रभाव नग्णय है तो बच्चे भी आपके विचारों का सम्मान नहीं करके या फिर दिल से बाहरी परिवेश स्वीकार कर चुके हैं तो आपके पक्ष में खड़े रहेंगे । उसे गर्वोक्ति का अनुभव होगा ।
सार यही है कि आप अपने बच्चों का आदर्श बनना चाहते हैं तो आपको उसके सामने महानता साबित करना पड़ेगा । भले ही आप उसके साथ रहे या ना रहे । आपका दिल उससे जुड़े रहेंगे । एक आदर्श पिता-माता के रूप में .. सिर्फ देखना है आपको अपने इरादे,नीयत सदा सकारात्मक सोच की हो !!!!
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Welldone
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