बारिश के बाद

कुछ नया है आज
बरसों के बाद
बारिश के बाद
उजला उजला है
धरती की हरियाली
सूरज की लाली
पत्तों का हरापन
लग रहा है अपनापन
जो बरसों से
धूल जमी थी
धरती और आसमान के बीच
मिट गई है
बारिश के बाद...!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ