ये दिन तुम्हारा है

ये दिन तुम्हारा है
ये सूरज तुम्हारा है
फूलों की खुशबू
एहसास तुम्हारा है
ये नदी की पानी
प्यास तुम्हारी है
गुजर जाएगा बुरा दिन
और रात तुम्हारी है
जीवन का आधार
आस तुम्हारी है
जब तक है जान
सांस तुम्हारी है
ये नजारे ये बहारे
सब-कुछ तुम्हारा है
शर्त है तुम्हारी आंखों के
कितने अरमान तुम्हारा है
---राजकपूर राजपूत''राज''


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