तेरे मिल जाने के बाद
भूल जाता हूॅ॑ सामने का रखा समान भी
दिल में कशक उठते हैं मिल जाने तक
तुम आ जाओ मेरी जिंदगी में मेरे यार
ऐसा ना हो मैं मर जाऊं तेरे आने तक
मुझसे कुछ खता हुई शायद मेरे यार
मैं मनाऊंगा तुझे तेरे प्यार पाने तक
तुम यकीन करो मैं रह नहीं सकता तुझ बिन
कोई ऐसी वैसी बात नहीं चाहता रहूंगा मर जाने तक
मुझे यही खुशी मिलेगी तेरा साथ पा कर
बरसात की फुहारों का क्या खेत सूख जाने के बाद
-राजकपूर राजपूत
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