काम बचा है थोड़ा सा
काम बचा है थोड़ा सा
आराम बचा है थोड़ा सा
मुझे जाना है वहां तक
सफर बचा है थोड़ा सा
अभी ठहरो तुम पास मेरे
अरमान बचा है थोड़ा सा
इसी उम्मीद में जिंदा हूं
भरोसा बचा है थोड़ा सा
इस दौर में जीए कैसे राज़
अब प्यार बचा है थोड़ा सा
---राजकपूर राजपूत
1 टिप्पणियाँ
वाह वाह अति सुन्दर रचना सर जी नमस्कार
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