देख लेना गिरेबान ग्वार तो नहीं है
बस एक ही बात कहीं थी उसको और
आरोप लगाना शुरू सियासत तो नहीं है
वो झूठ को सिद्ध करने बैठ गया मगर
देख लेना सच्चाई के बहाने तो नहीं है
बहुत गहमागहमी का माहौल है यारों
उसके पीछे कोई स्वार्थ तो नहीं है
---राजकपूर राजपूत''राज''
0 टिप्पणियाँ