उससे उम्मीद ही क्या जो कह नहीं पाते

Ummid Hi Kya Kavita 
उससे उम्मीद ही क्या जो कह नहीं पाते
उससे उम्मीद ही क्या जो सह नहीं पाते
कहने को वो समझा रहे थे ज्ञान की बातें
क्या कभी देखें हो उसके भी दिल के इरादे
नहीं समझें तो क्या कहें तुम्हें अपनी बात
खुद के गिरेबान को कभी झांक तो लेते  !!!

Ummid Hi Kya Kavita


उससे उम्मीद ही क्या जो कह नहीं पाते
अपने हक़ की लड़ाई स्वयं लड़ नहीं पाते !!!

जो कह नहीं पाते
वह साथ दे नहीं पाते
उससे उम्मीद न रख
जो बोल नहीं पाते !!!

उससे उम्मीद ही क्या
वो मेरा लगता है क्या
जो भूल गई पुरानी बातों को
मोहब्बत की निशानी को
चले गए जो अनदेखा करके
वो मेरा क्या
मैं उसका क्या ???


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---राजकपूरम राजपूत''राज''

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