जीवन की खोज
जैसे सुबह की
किरणों के साथ
पक्षियों का जागना
और अपनो के लिए
एक-एक दाना ढूॅ॑ढना
जैसे कोयल के गीतों से
सुकून की तलाश
बटोरना,, !
जैसे हवा की झोंको में
तेरी रौशनी का बिखर जाना
और मेरा समेटते जाना
जीवन के उलझनों से
मेरा उस पार जाना
अपने प्रेम के लिए
जिसमें मुझे ठहरना है
स्थिर होकर
किसी बगुले की तरह
एकटक..!
सपनों के झरनों से
संगीत की तलाश
पाना, खोना, ढूॅ॑ढना
सबका इतिहास
कई यादों को
निहारना
जिसमें जीवन का
कोई गीत हो
तभी एक लेखक का
सपना..
पुरस्कृत होता है
जो उसके पास होता है
और हर एक तलाश में
खास होता है
सबके लिए
जीवन का
एक रास्ता होता है
हर उलझनों का !!!!
---राजकपूर राजपूत
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