इस दौर में दिल में आस नहीं

इस दौर में दिल में आस नहीं
पास आया फिर भी पास नहीं

उसकी बातों में अपनापन है
दिखाया मुझे लेकिन अहसास नहीं

अजीब सी उदासीनता दिखाई
थके मन है दिल से कोई खास नहीं

लोग अपने ही मतलब में जीते हैं
तेरा मेरा कोई अहसास नहीं

सुधरने में वक्त लगेगा शायद
वर्ना शाय़द बचने का कोई चांस नहीं

-----राजकपूर राजपूत 
इस दौर में दिल को आस नहीं

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