धूप है दोपहरी चलों ! काम करों खेतों पर Leadership Poem Hindi - meregeet

Leadership Poem Hindi - meregeet 

धुप है दोपहरी,चलो काम करो खेतों पर
बहुत मजाक उडा़ते हो चुनावों पर

मुफलिसी सबकी एक है इन्सानों की
मुद्दे-कातिल,लड़ते हो जज्बातों पर

उगलियाँ मत घुमाओं उलझते हैं फिजाऐं
इल्म रखते हैं,नजरें तुम्हारी कुर्सी पर

हुक्मरानों को कह दे अक्लमंदी कम करे
हम भी जीते-मरते हैं हिन्दुस्तान पर

बहलातें फिरते हैं गली-गली वो शख्स
रिश्तों को तोड़ने बारूद छोड़ आऐ घर पर

तुम्हारी हैसियत है आसमान मे उडने की
हाॅ॑ हमें तो गुरूर है अपने जमी़ पर

ये रंग भरी सपनें, वादे ,बातें, सब फालतू
लोकतंत्र है वोट डालेगे अपने इरादों पर !!!

Leadership Poem Hindi - meregeet 

सफल नेता वहीं है

जो जनता को लालच में बांध सके

उसे लगे कि

मुफ्त में बहुत कुछ मिल जाएगा

सिर्फ लगना चाहिए

मिलना नहीं चाहिए

मिल जाने के बाद तो

कीमत नहीं बचती है !!!

नेतृत्व करने के लिए 

जरूरी नहीं है योग्यता

चंद झूठी बातें

चुनाव के समय मुलाकातें

पहचान कर लालच

फिर वादें कर !!!!


अपने अनुसार दिखा पाना

सीखा पाना

हुनर है

नेताओं का

बस इसी में उलझाना है

जनता को !!!!


मुफ्त की चीजों का 

कोई क़ीमत नहीं होती 

अपनी क़ीमत की पहचान 

सबको होनी चाहिए !!!!

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___ राजकपूर राजपूत'राज'

Leadership Poem Hindi



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