पुलकित हो गया मन Pulkit ho gaya Maan mera

Pulkit ho gaya Maan mera 

प्रेम हृदय के भीतर सदा रहता है । इंतजार रहता है तो उस प्रेम के स्पर्श का । जिसके छूवन मात्र से शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है । रोमांचित शरीर उसके स्पर्श को खुद के भीतर समाहित करने के लिए  । पढ़िए प्रेम की बेहतरीन कविता हिन्दी में 👇👇

Pulkit ho gaya Maan mera 


पुलकित हो गया मन
तेरा स्पर्श पाकर
चमक उठी ऑ॑खें
तेरी तस्वीर सजा कर
सुने जीवन को तुने
झंझकृत कर दिया
पायल की गीत सुनाकर
कब से तन्हा था पता नहीं
जी रहा था लेकिन
खुद की ख़बर नहीं
तुम आई मेरी जिंदगी में
और तुम्हारा स्पर्श हुआ जीवन में
उस पल महसूस हुआ
तुने मेरे अंतर्मन को जब छुआ
छट गई थी बदली
फैल गई थी रौशनी
मेरे जिस्म में
चारों ओर,
सभी दिशाओं में 
भर गई हर तन्हाई तुझे पाकर
पुलकित हो गया मन
तेरा स्पर्श पाकर !!!

प्रेम जीने का आधार
जिसके पास उसका संसार
न कोई ख्वाहिशें मन में
एक प्रेम मिलें और सब बेकार !!!!

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__राजकपूर राजपूत'राज"
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