आंखें ही है जो प्रेम को प्रदर्शित और अभिव्यक्ति देती है । जिसे पढ़ने वाले पढ़कर समझ जाते हैं । जो आंखें समझ नहीं पाते हैं । उसे समझाना बहुत कठिन होता है । प्रस्तुत है आंखें पर कविता हिन्दी में 👇👇👇
मेरी आंखों के रास्ते से
मेरी आंखों के रास्ते कोई मेरे दिल में उतर जाए
ये नशा अच्छा है गिलास और भर दिया जाए
सूखे हुए मिट्टी में बारिश की बूंदें जब पड़ती है
सौंधी ख़ुशबू मेरे सीने से तेरे सीने में उतर जाएं
एक खत ही काफी है मुझे ख्वाब सजाने के लिए
कागज़ इश्क़ के नाजुक है संभाल के रखा जाए
मुश्किल है सफ़र करना तेरे बग़ैर ये जिंदगी का
मैं चाहता हूं मेरा हर लम्हा तेरे साथ गुज़र जाए
फ़िक्र है इस ज़माने में ख़ुद को संभालूं कैसे
कहीं गिर न जाऊं मैं, पलकों में छुपा के रखा जाए
___राजकपूर राजपूत 'राज'
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