Understand and Explain Poem Hindi समझना और समझाना - एक कथा है । एक आदमी रास्ते पर चल रहा था । उसे लोहे का गट्ठर मिला । उसने सोचा, इससे कुछ पैसा मिल जाएगा । उसे उसने सिर पे उठा लिया । थोड़ी दूर जाने के बाद उसे चांदी का गट्ठर मिला । उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा । उसने सहज ही सिर पे उठा लिया । लेकिन गट्ठा भारी हो गया था । चलने में उसे परेशानी हो रही थी । फिर भी चल रहा था । थोड़ी दूर और जाने के बाद उसे सोने का गट्ठर मिला । उसने उठाया लेकिन चल नहीं पाया । अब वह सोचने लगा । अब क्या करूं । सोना तो बहुत कीमती है । लेकिन लोहे का गट्ठर पहले मिला है । कैसे छोडूं ? किसे छोड़ूं ? वह चिंतित हो गया । अंत में निर्णय लिया कि पहले मुझे लोहे का गट्ठर मिला है । इसलिए सोने चांदी के गट्ठर को छोड़ दिया और आगे बड़ गया । सारांश - अपनी-अपनी समझ । कोई भावनाओं से निर्णय लेते हैं । कोई बुद्धि से । पढ़िए इस पर कविता 👇
समझना और समझाना
समझाने पर समझ जाना
दोनों में बहुत अंतर है
समझने वाले लोग
बिन कुछ कहें समझ जाते हैं
जिसे समझना पड़ता है
वो बहुत देर कर देते हैं
समझने में
जिसकी कोई गारंटी नहीं है
उसकी समझ में स्थायीपन है
या फिर कोई दूसरा समझाने के बाद
बदल सकते हैं
इसकी गारंटी है
क्योंकि उसमें समझ ही नहीं है
जो समझ है दूसरों की देन है
इसलिए बार- बार समझाना पड़ता है
जबकि समझने वाले
समझ जाते हैं
जरूरत को
दिल को
चाहत को
अरमान को
अपने और दूसरों के !!!
Understand and Explain Poem Hindi
समझ विकसित हो जाना
समझदार हो जाना है
जिसके बेहतर निर्णय
बेहतर भविष्य बना देते हैं !!!
समझ निर्धारित करती है
रिश्तों को
वो बातें पुरानी लगती हैं
आजकल के रिश्तों को
जिससे समाज को
कुछ मिला है
कष्ट से
उसे भूलना चाहता है
जिसे कौन चाहता है
इसलिए तत्कालीन लाभ की ओर
आकर्षित है
लोगों की समझ !!!!
लोगों ने अच्छे और बुरे की
समझ विकसित कर ली है
जानते सब है लेकिन मानते कब है
इस समझ की सेटिंग्स कर ली है !!!
समझ -
रिश्तों की टिकाऊपन की गारंटी है
कौन मतलब को समझता है
कौन रिश्तों को समझता है
उसकी समझ का निर्धारण है !!!
जरूरी नहीं है कि
मुझे हर कोई चाहें
हर कोई खुश हो मुझसे
एक तुमसे उम्मीद थी मुझे
लेकिन तू भी शामिल हो गई
उन्हीं लोगों में !!!
मैं अकेला हूॅं मुझे परवाह नहीं
छूट गए मतलब के साथी
जो कभी मेरा था ही नहीं !!!
अकेला होना
बुरी बात नहीं है
अपने अस्तित्व की पहचान है
भीड़ में तो पहचान सामुहिक है !!!!
सियासत की कविताएं
सदा अलगाव पैदा करती है
एक स्त्री को एक पुरुष से
बुद्ध को यशोधरा से
राम को सीता से
तथाकथित बुद्धिजीवियों ने
स्थापित आदर्शों को तोड़ा
मगर उसको छोड़ दिया
जिसपर उंगली उठाते ही
आतंकवादियो की गोलियां चल जाती है
कट्टरता के आगे साहित्य मौन है
यही साहित्य का दोगलापन है
कई रचनाकार अपने दोगलेपन से
शिखर पर पहुंच गए हैं
जब उसने सत्ताधारी का
विरोध इस तरह किया
जैसे उसने चाटुकारिता कभी की नहीं
लेकिन सत्ताधारियों के विरूद्ध
इतनी रचनाएं लिखी
विपक्षी पार्टियों का गुलाम जैसे !!!
समझना -
उन आचरणों को
विचारों को
जो जरूरी है
तुम्हारे लिए
और तुम समझते भी उसी को
जिसे चाहते हो
जिस ओर है
तुम्हारा प्यार
समझ पाओगे वहीं तक
जहां तक तुम्हारी समझ है
ठहरोगे वहां जाकर
जहां तुम्हें शांति मिलेगी
शांति वहीं मिलेंगी
जहां तुम्हारे द्वारा
स्थापित रिश्ते हैं
प्राथमिकता के आधार पर
प्रथम !!!!
घुम फिर कर
तुम्हारी समझदारी
वहीं आ जायेगी
जिसे कभी भूलवश छोड़ दिए थे
या जानबूझकर
अच्छा नहीं है कहकर
जब तुम देखोगे
नयापन में जोखिम है
इसलिए तुम्हें
अनुराग नहीं है
सुकून नहीं है
क्योंकि जोखिम लेना नहीं चाहते
सुविधाजनक विचार
भाने लगता है
जबकि जोखिम का भान
सुकून पैदा नहीं करता है
असमंजस बरकरार रखता है
इसलिए तौलते हुए
तुमने कम जोखिम का चुनाव किया है !!!
किसी चीज का पसंद आ जाना
उसे आत्मसात करने की प्रेरणा देती है
जैसे
जिस स्तर के लोगों को
तुम पसंद करते हो
तुम्हारी समझ
उसी स्तर की विकसित हो जाती है
इसलिए पसंद सोच समझ कर होनी चाहिए !!!!
एक अच्छे शिक्षक बनने के लिए
अपने व्यक्तिगत सोच, लाभ को त्याग देना चाहिए
जो किसी दूसरों को
समझने में बाधक है
ज्यादातर पेशेवर लोग अपने ख्यालों से
बाहर नहीं निकल पाते हैं
अपनी पसंद में जीते हैं
जिसके कारण बेहतर नहीं बन पाते हैं !!!!
बेहतर तुम समझ पाते
यदि मुझे कह पाते
तुमने कुछ समझा नहीं
इसलिए लोगों को कुछ कहां नहीं
शरीफ़ कहलाने लगे
लोगों के नजरिए से
सीधे-सादे तो बन सकते हो
लेकिन समझदार नहीं
क्योंकि समझदार व्यक्ति निर्णय लेकर
फैसला करता है
तुमने तो चुप्पी साध रखी है !!!!
लोगों ने अच्छे-बुरे की पहचान की है
भीड़ को देखकर
भीड़ में शामिल होने के लिए
समझदार लोग
अपना रास्ता अलग बना लिए
जिसे पहचाना जा सकता है
बेहतर !!!!
भावनाओं पर ध्यान दोगे
बुद्धि का विकास नहीं होगा
बुद्धि पर ध्यान दोगे
तो भावनाओं का विकास नहीं होगा
तुम्हें दोनों का ख्याल रखना चाहिए
जो बेहतर होगा
इंसान के लिए !!!!
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