एकतरफा प्यार में Ak-tarfa-pyar-mai-kya-hota-hai-kavita-hindi परसेंट के हिसाब से व्यवहार करता है । जीना मरना साथ में भले ही वादा करें लेकिन यह उसका आधा अधुरा प्रेम बीच रास्ते में छूट जाएगा । इसलिए ऐसे प्रेम का भरोसा न करें ।
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मेरा एकतरफा प्रेम
जिंदगी भर तड़पता रहा
लेकिन मुझे देख वो हंसता रहा
ऐसा प्रेम का क्या मायने
मैं कुछ और समझता रहा
वो कुछ और समझता रहा
मना लेता इस दिल को
अगर आदमी अच्छा होता
उसके मीठे लफ्ज़ और दावे
अगर ईमान में सच्चा होता
वो मुर्ख है समझता नहीं
मगर मैं समझता रहा
वो धोखेबाजी में बहुत शातिर है
बात को बनाने में बहुत माहिर है
गलती थी सामने मगर बहलाता रहा
ऐसे ही उल्टा चोर कोतवाल को डाटता रहा
जिसकी नीयत ठीक नहीं
उससे प्रेम भी ठीक नहीं
याद रखना एक दिन पछताओगे
दिल से क्या जान से हाथ धोओगे
जो सही समय पे जागा नहीं
वो हाथ मलता रहा
मेरा एक तरफा प्रेम
जिंदगी भर मरता रहा !!!!!
प्रेम चंद प्रतिशत से हल नहीं होता है
जिसको होता उसको पूरा होता है
अभी दस परसेंट वाला सहानुभूति जताया है
जिसको मैंने जीवन से हटाया है
वो आएगा पूरा भर के
आवाज़ दी है उसे जिसने मुझे वापस लौटाया है !!!!
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