Har-dikhaiy-kavita-hindi-sahitya-jivan बुरे इंसान से कैसे बचें -
आप अच्छे हैं । इस बात को याद रखिए । सामने वाला बुरा है । उसे भी याद रखिए । किसी की बुराई में शामिल मत होइए । सबसे अच्छा है । अपने कामों में व्यस्त रहिए । अपनी अच्छाइयों का आंनद लीजिए । दूसरों को भी दें । लेकिन किसी को खुश करने की कोशिश मत करें । चापलूसी करना पड़ सकता है ।
किसी की बुराई में शामिल तब मानी जाएगी । जब बुरे इंसान जैसे व्यवहार आपमें प्रदर्शित होगा । इसके लिए आत्मचिंतन करते रहिए कि मैं अलग हूं । सामने वाले का जीवन कुछ भी हो । कुछ लोग गलत रास्ते से भी सफल हो जाते हैं । जिससे देखकर अधिकांशतः लोग अपना आदर्श बना लेते हैं । जब आदर्श बना लेते हैं तो उसके तौर तरीके आएंगे ही ।
ज्यादातर बुराई अपनों की आती है । जिसे हम चाहते हैं , मानते हैं । उसकी बुराई सहजता से प्रवेश कर जाती है । जिसे समझ नहीं पाते हैं । इसलिए अपनी चाहत अच्छी रखें ।
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उससे हर इंसान हार जाय
दोगलापन जिसे आ जाय
दोमुंहे सांप की तरह है वो
एक मीठा दूजे में जहर रखा जाय
उसे सारी दुनिया से नफ़रत है
जिसे अहम में जीना आ जाय
वो अपनी बिरादरी को जानता है
दूसरों को गाली देता जाय
समर्थन भी देते हैं सियासतदान
उसकी सियासत भी समझा जाय
उसे अच्छे बुरे से मतलब नहीं
हर बात अपने हिसाब से देखा जाय
उसके दोस्त कम ही होते हैं
जिसे सच कहना आ जाय !!!
मैं अपने बच्चों को
प्रेम करने से पहले
समाज में व्याप्त चलन है
उसे सिखाऊंगा
चालाकी को बुद्धिमत्ता नहीं है
ठगने के तरीके हैं
दोगलापन कोई बचाव नहीं है
जिस पर सम्हल कर चला जा सके
लगातार
एक ही स्वरूप में
समझना सबकुछ
लेकिन अपनी पहचान बनाना
ताकि लोग
तेरी क़ीमत जान सकें !!!!
डरा हुआ आदमी
बहुत कुछ जानना है
पहले तो खुद के डर को जानता है
इसलिए सम्हलता है
किसी के बातों से
अचानक आती आवाजों से
सब्जी बाजार में
सस्ते बेचते हुए विक्रेताओं से
आजकल कौन सस्ता बेचता है ?
बस में चढ़ा तो मुंगफली बेचते लोगों से
दिन भर में कितना कमाता होगा ?
अच्छी घोषणाओं डर जाता है
किसी और तरीकों से पैसा
ऐठ लेगी सरकारें जनता से
मजहबी भाईचारे से डर जाता है
किसी दिन गला काट जाता है
अक्सर सुना है
टीवी चैनलों में
अखबारों में
पन्ना पलटने से पहले डर जाता है
चौहद साल की बच्चियों से विवाह
दस बारह बच्चे पैदा करने से
ईश्वर या अल्लाह की देन समझने वालो से
जनसंख्या विस्फोट से
बेरोज़गारी बढ़ेगी
जगह कम पड़ेगी
अपने दो बच्चों के लिए
सुरक्षित भविष्य ढूंढता है
इसलिए डर जाता है
डर-डर कर जीता है
और मर जाता है
उसने माना
उसका डरना ज्ञान की तरह है
अमल करने योग्य
इसलिए बना रक्खा है
खुद को मरने योग्य !!!!!
2 टिप्पणियाँ
Nice
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
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