इस होली में Holi colors Thousand Poems

Holi colors Thousand Poems 
होली के रंग हजार
फाल्गुन में पड़ी फुहार
होली की हार्दिक शुभकामनाएं आपको
आपके जीवन में मिलें प्यार ही प्यार  !!!!

होली के रंग हजार
मिल बैठें जब दो यार
रंग, गुलाल
और रंगों की फुहार
देते हैं शुभकामनाएं तुम्हें
खुश रहो तुम पूरे परिवार !!!

Holi colors Thousand Poems


लौट आना तुम परदेश से
फिर लें जाना गांव की माटी से
थोड़ी सी धूल माथे में लगाने के लिए
स्मृति में सजी रहेगी यादें गांव की 
देर से आने पर धुंधली हो गई है तेरी तस्वीर
हटा जाना धूल अपनी आहट से
लौट आना तुम परदेश से
कमाएं पैसे बहुत मगर फुर्सत नहीं
वहीं गारा, वहीं सीमेंट, वहीं ईंट पत्थर
बदल गए तुम्हारा दिल वहीं पत्थर
तुम्हें आना चाहिए साल में एक बार दो बार
बेगाने परदेश से
फिर लें जाना गांव की माटी से
थोड़ी सी धूल !!!!

इन्हें भी पढ़ें 👉 होली के प्रतीक भूल गए हैं 

Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ