Jivan ka hissa Kavita
तू मेरा जीवन का हिस्सा
तेरा मेरा प्यार का किस्सा
आ लग जा तू मेरे सीने से
तेरे प्यार का मैं हूॅं हिस्सा !!
ऐसे न जाओ
मन की प्यास रखकर
बात अधूरी है
जज़्बात रखकर
कह देना था
जो कहना था
ऐसे न जाओ
शब्द रखकर
लोगों का काम है कहना
ठहर जाते पास शर्म रखकर
कौन आया कौन गया
यहां से धन दौलत रखकर
तुम्हें तैरना था तो तैरना था
साहस रखकर
एक लाश है जिंदगी
अधूरे अरमान रखकर !!!
इन्हें भी पढ़ें 👉 वक्त एक बार आएगा
0 टिप्पणियाँ