रिश्तों की थकावट relationship exhaustion Ghazal hindi

रिश्तों की थकावट यही है कि जानते हुए भी अनजान हो जाना ।relationship exhaustion Ghazal hindi गलती किसकी है ? क्या सही है क्या ग़लत है ?  सब समझते हुए भी उन गलतियों में शामिल हो जाना । जिसकी उम्मीद नहीं थी ।या सब कुछ सामने होते हुए भी अनजान बन जाना । गैरों सा व्यवहार करना । उन लोगों का साथ देना जो बुरे हैं । उन्हीं विचारों का समर्थन करते हुए परिवर्तन करने की कोशिश करना ।

 relationship exhaustion Ghazal hindi  

रिश्तों की थकावट यही है
बदल जाएगा तू गारंटी नहीं है

तुने जो वादे बड़े बड़े किए है न
उसकी कीमत तुझे मालूम नहीं है

वक्त सबकी पहचान करेगा
दिल साफ है कोई मतलब तो नहीं है

अभी भी तुम्हारा मुझे दोष देना
प्यार में कोई छोटा बड़ा तो नहीं है

शायद ! तुम समझ न पाओ जीने का मजा
स्वयं का नजरिया है या दुनिया का तो नहीं है 

तुम्हारा बच-बच कर चलना क्या है
इसमें तुम्हारा कोई दर्शन तो नहीं है 

आज सही कल बदल गए हो

मौसम में भी इतना बदलाव तो नहीं है  !!!

रिश्तों की थकावट 


जब मैंने कहा तुने सुना नहीं
पलट कर देखा तुने देखा नहीं
 यही तेरा प्यार था मुझसे
जिसे मैंने कभी समझा नहीं
उस पर तुम्हारा वादा
प्यार करते हो मुझसे ज्यादा
रिश्तों की थकावट नहीं तो क्या है
जिसे तुने समझा नहीं
प्यार था तो समझाया बहुत था
फिर भी बेग़ैरत समझा नहीं
इंतजार खत्म नहीं हुआ कभी
आने वादा था मगर आया नहीं 
ये उसकी समझदारी है रिश्तों में
व्यवहार था जिसे कभी प्यार आया नहीं  !!!


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