Love Full Poem
प्यार में सब्र ज़रूरी है
तो बेसब्री भी ज़रूरी है
रूठना भी जरूरी है
तो मनाना भी जरूरी है
ऑंखों में तड़प ज़रूरी है
तो तेरा आना भी जरूरी है
अगर शिकायत ज़रूरी है
तो मोहब्बत भी जरूरी है
दिल की बातें न रहे दिल में
प्यार में कहना भी जरूरी है !!!
Love Full Poem
जरुरत और जरूरी
एक आधी एक पूरी
तुम क्या चाहोगे
शौक या मोहब्बत पूरी
तुमने देखा है
मुझे रोते हुए
जिसकी जरूरत हुई पूरी
उसे छोड़ते हुए
जरुरत भोजन की हो सकती है
पेट भर जाने के बाद दूरी
यदि सफ़र तय करना है और जिंदगी पूरी
सांस की तरह मेरी चाहत है जरूरी !!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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