सिर्फ ख्यालों में सजा लेता हूॅं

सिर्फ ख्यालों में सजा लेता हूॅं
जब जी चाहे मेरा बुला लेता हूॅं
कुछ गुफ्तगू हो जाती है उससे
ऐसे ही मैं मन बहला लेता हूॅं
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