खुली ऑंखों से दुनिया देख लो

खुली ऑंखों से दुनिया देख लो
जिंदगी की कला सीख लो

होगा अहसास तुम्हें जिंदगी का
खुद से भी प्यार करना सीख लो

रिश्तों की तल्खियॉं टूट जाएगी
प्यार से दो बातें करना सीख लो

तेरी कोशिश रंग लाएगी एक दिन
मेहनत के साथ सब्र करना सीख लो
---राजकपूर राजपूत''राज''
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