Life lLong Poem Hindi
प्रेम बंधन नहीं
ये सटीक परिभाषा नहीं
जिसे प्रेम हो जाता है
वो खुद बंद हो जाता है
किसी के लिए
जिसे वो कभी भुलता नहीं
जिंदगी भर
एक अहसास में जीता है
उसकी यादों में मरता है
सारी जिंदगी
उसके प्यार के बंधन में !!!
Life lLong Poem Hindi
शर्तें और लोक लाज
उसने बनाएं रखा है
इस तरह प्रेम में
दूरियां बनाए रखा है
उसे पाप प्रेम करना लगता है
प्रेम न करने का बहाना लगता है
रिश्ते सहुलियत में है
चालाक होना समझदार लगता है !!!!
रिश्ते की समझ नहीं है उसको
वक्त बिताने बुलाया है जिसको
वो अपना दायरा बनाकर रखा है
टाइम पास समझा है जिसको !!!!
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