तुम पास होते थे -कविता

तुम पास होते थे
तो महसूस होता था
तेरे मेरे रिश्ते
कितना खास होता था
कुछ शिकायत थी
कुछ नाराजगी थी
एक सुरक्षित घेरा
तुने निर्मित कर दी थी
जिसने मुझे कभी 
एकांकी होने ना दिया
भरे महफ़िल में
कभी तनहा ना किया
हर पल तेरा सहारा मिला
तेरे जाने के बाद लगा
मेरी जिंदगी बदल गई
उसकी कीमत बदल गई
---राजकपूर राजपूत

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