अरे ! मन कुछ ऐसा कर

अरे ! मन कुछ ऐसा कर
अपने इरादे समझा कर

हर जगह निगाह ना डाल
अपनी चाहत समझा कर 

बहुत हो गई तेरी बातें
मेरी भी बातें समझा कर

अवलंबन चाहिए तुझे भी ना
प्यार की बातें समझा कर

ले चल मुझे भी वहाॅ॑ "राज़"
मेरी भी मंजिल समझा कर

---राजकपूर राजपूत''
अरे मन कुछ समझा कर

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