Congratulations from the Bottom of my Heart Poem
दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
तहे दिल से दशहरा पर्व सभी को मुबारक हो
खुशियां तेरे कदम चूमे आज और कल हो
राम नाम सदा सुखदाई हृदय में बसा ले
कांटों से भरा जीवन लेकिन सदा सफल हो
न बहल किसी के बहकावे में कभी
तुम्हें राह दिखाएंगे यदि राम नाम पे भरोसा हो !!!
Congratulations from the Bottom of my Heart Poem
इस दशहरा नीलकंठ देख लेना
जलते हुए रावण देख लेना
शुभ होगा जीवन में सदा
खुद के भीतर जलते रावण देख लेना
मारा नहीं है कोई किसी रावण को
अपने अंहकार को तू देख लेना
जीवन कठिन है सदा मगर सत्य के साथ रहो
मन मंदिर में राम को देख लेना !!!!
ऐसी नहीं लिखी जाती है
कविताएं, लेख, और कहानी
जैसी लिखीं जाती है
दशहरा, दीपावली, नवरात्र पर
सलाह देते हुए
या फिर
बधाई देते हुए
एक तंज
करते हुए
ईद और क्रिसमस पर
आदमी कितने दोहरे मापदंडों से जीते हैं !!!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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