Tere Siva Aur Koi Ghazal in Hindi
अगर मुझे मालूम होता
तुझसे प्यार ना होता
मेरे साथ दुनिया होती
सारा जहां दुश्मन ना होता
जीता अपनी जिंदगी मैं भी
ये दिल दीवाना ना होता
मुकम्मल जहां मिलते मुझे भी
तेरे इश्क में धोखा ना होता
तुझमें अगर चाहत जो होती
तेरे सिवा कोई और ना होता
जाने कैसी ये बात फैली
तेरे सिवा मेरे पास राज़ ना होता !!
0 टिप्पणियाँ