उसकी गर्दन नापी जाय

उसकी गर्दन नापी जाय
जिसकी जुबान बढ़ती जाय

जो खुद के दावे पे महान है
उसकी महानता देखी जाय

फ़िक्र है जिसे दुनिया की
उसकी खुदाई देखी जाय

अंदर से वो खोखला है
उसकी विद्वता देखी जाय

अब तक बातें मीठी मीठी
उसकी चाटुकारिता देखी जाय
---राजकपूर राजपूत''राज''


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