ये रास्ता अनजान है

छोटा सा जीवन है
छोटा सा अरमान है

फूल खिले हैं बागों में
मधुर मधुर मुस्कान है

कुछ आशाएं बंधी हुई
उसपर दिल नादान है

चलो साथ तुम मेरे
ये रास्ता अनजान है !!!

अनजान जगहों पर उगें हुए पौधे 
खुद जागे खुद उघें 

बिन उपयोगी ममता रहित जोगी 
मर जाएंगे 
बिन बताए 
बिन जाने !!!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''

Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ