दिखने में बहुत आसान है

दिखने में बहुत आसान है
जिंदगी तेरी क्या पहचान है

गर चाहूं तुझे शिद्दत से
मिलते नहीं क्यों आसान है

वो धूप में हंसता गाता रहा
पूछो दिल में क्या अरमान है

वो दर्द भरे गीत कोयल के
बस अपनी धुन में नादान है

दिलों की चाहत में उलझा रहा
खुश हैं वहीं जो दुनिया से अनजान है

---राजकपूर राजपूत''राज''
दिखने में बहुत आसान है

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