लाख सितम पाने के बाद भी

लाख सितम पाने के बाद भी
दिल से दुआ निकलती है दोस्तों

ग़म के हद से गुजर जाने पर
खुशी बहुत मिलती है दोस्तों

दर्द मेरा कैसा था समझ नहीं पाया
इश्क़ में दर्द ही दवा मिलती है दोस्तों

कुछ ख़्वाब बुन लेता हूं तेरे लिए
उसकी यादों में खुशी मिलती है दोस्तों
---राजकपूर राजपूत''राज''

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