Mere-aas-paas-koi rahta hai
कोई तो आसपास रहता है
कौन मेरे आसपास रहता है
जिससे मेरी तनहाई बिसर जाती है
उसकी यादों के ख्वाबों में
कुछ ख़्वाब बुन लेता हूॅ॑
कभी हंस लेता हूं
कभी रो लेता हूं
न जाने कितनी बातें कर लेता हूॅ॑
अपनी तन्हाई में भी हॅ॑स लेता हूॅ॑
कुछ ठंडक,, कुछ दर्द पा लेता हूॅ॑
हां,जिसके सहारे जीना है मुझे
उसे सदा अपने पास पाता हूं
हरा-भरा जीवन मेरा लगता है
उसके आने से !!!
---राजकपूर राजपूत
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