पेड़ों से पत्ते गिर जाते हैं

पेड़ों से पत्ते गिर जाते हैं
जैसे कैलेंडर बदल जाते हैं

थोड़ा सा जो पी ली शराब
और आदमी बदल जाते हैं

चालाकियाॅ॑ हैं सबके सीने में
सुविधा में सच बदल जाते हैं

अक्लमंदी का दौर है दोस्तों
बातों-बातों पे रिश्ते बदल जाते हैं


---राजकपूर राजपूत"'राज'"







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