मेरे दिल की बात सुनें कोई
पास आए तो न जाए कोई
तरसा हूॅ॑ उसी नज़र के लिए
बंद पलकों में छूपाए कोई
हार ना जाएं कहीं ये जिंदगी
इश्क की बाजी लगाए कोई
ये सफर मेरा सुना-सुना- सा
इस मोड़ से भी आए कोई
क्या लाया है, क्या ले जाएगा
इश्क का मतलब सिखाए कोई
तु नहीं पास और ये तन्हाई है
फूलों की खुशबू संग समाए कोई
इश्क की राह कठिन बहुत है
सबको ख़बर है समझाएं ना कोई
___ राजकपूर राजपूत 'राज'
बेमेतरा, छत्तीसगढ़
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