अजीब ख्याल अब दिल का होता है


दिल का ख्याल -


कभी कभी ख्याल ऐसा होता है कि प्रेमी के पास ही सबकुछ होता है ‌। शायद ! इसलिए ये दिल उसे अक्सर याद करता है । 
गजल हिन्दी में । प्यार की । 

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अजीब ख्याल अब दिल का होता है
तेरे दुपट्टे को ओढ़ के कोई सोता है

वो आदमी थक गया है बहुत शायद
जो गुजरें दिन को याद करके रोता है

कोई उन्हें भी तो समझा दो यारों
कोई यहाॅ॑ पाता है तो कोई खोता है

ये  दिल्लगी भी अजीब है सीने का
हुए नशा जो कहीं पे भी सो जाता है

इश्क की ख़बर नहीं वो क्या जाने हाल
बस नाम लेते ही दिल धड़क जाता है

कुछ मन बहलता है मेरा इस भीड़ में
तेरी याद जो आई और दिल टूट जाता है

___ राजकपूर राजपूत 'राज'
      बेमेतरा, छत्तीसगढ़

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