काम-धाम से /poetry life

poetry life - kaam dhaam

 आपको जब फुर्सत मिले

अपने काम-धाम से

और जब आप थका हुआ महसूस करें

अपने काम-धाम से

दिमाग ध्यान हटाने की कोशिश करते हैं

हाथ में रखे मोबाइल से

कुछ फोटो कुछ विडियो देखने में

व्यस्त हो जाते हैं तुम्हारे हाथ

फोटो-विडियों सरकाने में

ऐसे सब समय काट लेते हो

फुर्सत से

दिनचर्या में शामिल करके

एक ताजगी महसूस कर लेते हो

जीवन की 

फिर खुद को

अपने काम-धाम के लिए !!!!!


काम धाम से

जो फुर्सत मिलती है

और जो वक्त गुजारते हो

बड़ी आत्मीयता होती है

चाहत होती है

जिसमें ठहरे रहते हो

इत्मीनान से

अपने काम धाम से

बचा के समय !!!

जिसके लिए फुर्सत चाहिए तुम्हें 

उसकी अहमियत है 

तुम्हारे जीवन में

खास है वो पल

जिसके पास जाते ही

भूल जाते हो

बहुत कुछ

काम जीवन चलाने के लिए है तो

फुर्सत जीवन के लिए

यही दर्शन !!!

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