poem request
गुजारिश है तुमसे
जब भी आना
फुर्सत से आना
ताकि जी भर तुम्हें
दीदार कर सकूं
मैं निहार सकूं
मेरी आंखों की
प्यास तक
तुम ठहरना
मेरे पास
मेरी आखरी
आस तक !!!
poem request
गुज़ारिश है
प्रेम को प्रेम रहने देना
कुछ बात हो तो
स्पष्ट कह देना
न प्यार धोखा खाए
जब चाहे दिल
तू चलें आए
गुज़ारिश है
बिन कहे
समझ जाना
दिल की बात
प्यार में मुलाकात
कितनी जरूरी है
मेरे लिए!!!!
इन्हें भी पढ़ें 👉 गुजारिश है
0 टिप्पणियाँ