जब भी थक जाते हैं
सुनकर आराम पाते हैं
टूटे हुए दिल भी मेरा
जीने का विश्वास पाते हैं
एक बार सुनों तो ध्यान से
खुद के भीतर सुकून पाते हैं
दुनिया के सफर साथ चले
अकेले हैं इसलिए गुनगुनाते हैं
जब भी थक जाते हैं
सुनकर आराम पाते हैं
टूटे हुए दिल भी मेरा
जीने का विश्वास पाते हैं
एक बार सुनों तो ध्यान से
खुद के भीतर सुकून पाते हैं
दुनिया के सफर साथ चले
अकेले हैं इसलिए गुनगुनाते हैं
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