तेरे जाने से मेरी हैसियत बदल गई

love poem after you are gone


मौसम क्या बदले तबीयत बदल गई
तेरे जाने से मेरी हैसियत बदल गई

हॅ॑सता गाता था मैं हर पल दोस्तों
उसके जाने से मेरी हैसियत बदल गई

तेरे भी सीने में वही चाहत थी मगर
चंद पैसों के खातिर तेरी नीयत बदल गई

मेरे हालात ऐसे हैं मैं कुछ कर नहीं सकता
उसके जाने से मेरी किस्मत बदल गई

मंजिल मुझे मिल ही जाती राज़ मगर
उसके जाने से मेरी किस्मत बदल गई

बहुत गुरूर था उसके साथ होने से
अचानक चली गई मेरी बात बदल गई

मेरी खुशी मेरी चाहत सब कुछ उसपे थी
मैं न बदला फिर भी नीयत बदल गई !!!
---राजकपूर 
love poem after you are gone








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