तेरे हर दर्द सह जाएंगे

हम दिल नहीं दुखाऍ॑गे
तेरे हर दर्द सह जाएंगे

मुश्किल से मिली है जिंदगी
अपने ख्वाबों को सजाएंगे

खोल दो पिंजरे का दरवाजा
पंक्षी आसमान में उड़ जाएंगे

सफर में काॅ॑टे मिलें या पत्थर
हम फिर नई राह बनाएंगे

अगर साथ है मेरे खुदा तो
ये जीवन सफल बनाएंगे
---राजकपूर राजपूत''राज''


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