मेरे बस में नहीं था
कुछ बातों को कह पाना
तुझे समझा पाना
क्योंकि
तुझे मोहब्बत नहीं थी
इसलिए मुश्किल थी
तुम्हें भी समझ पाना
तेरे मेरे दिल का ख्याल
अलग-अलग थे
इसलिए तुम नहीं समझें थे
मेरे दिल की बात
मेरे जज़्बात
तेरी उदासीनताओं ने
रूख मोड़ दिए थे
दिल को अलग कर दिए थे
राहें अलग चुन ली थी
जो तुमने कही नहीं थी
केवल औपचारिक था
हमारा तुम्हारा मिलना
इसलिए मेरे बस में नहीं था
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