अगर मालूम होता मुझे -गजल

Tere Siva Aur Koi Ghazal in Hindi 


अगर मुझे मालूम होता
तुझसे प्यार ना होता

मेरे साथ दुनिया होती
सारा जहां दुश्मन ना होता

जीता अपनी जिंदगी मैं भी
ये दिल दीवाना ना होता

मुकम्मल जहां मिलते मुझे भी
तेरे इश्क में धोखा ना होता

तुझमें अगर चाहत जो होती
तेरे सिवा कोई और ना होता 

जाने कैसी ये बात फैली
तेरे सिवा मेरे पास राज़ ना होता !!

---राजकपूर राजपूत''राज''

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