पहले जैसी बात नहीं

पहले जैसी बात नहीं
दिल में कोई जज़्बात नहीं
बेशक वो मुस्कुराते हैं
बनावटी है, कोई बात नहीं
आखिर दिल तोड़ना है
मगर सामने से आघात नहीं
आदमी हूं साफ दिल का
दिल में मेरे सियासत नहीं
---राजकपूर राजपूत''राज''
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