मुखौटा लगाएं रखता है

दिल के इरादे दिल में छुपाएं रखता है
वो चेहरे पे मुखौटा लगाएं रखता है
उम्मीद है साबित नहीं कर पाउंगी दुनिया
शायद ! इसलिए मुखौटा लगाएं रखता है
जनाब अब सच को सुनते हैं कौन यहाॅ॑
शायद ! इसलिए मुखौटा लगाएं रखता है
---राजकपूर राजपूत''राज''
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