आकर्षण

आकर्षण,, 
खुबसूरती को 
सम्भाल नहीं सकता
वरना गुलाब के फूलों को 
तोड़ के सुंघते नहीं
बालों में लगाते नहीं
बिस्तर में सजाते नहीं
उसे केवल 
पेड़ों पर छोड़ के
उसकी खुबसूरती 
का आंनद लेते
यदि सच्ची सुंदरता का
अहसास होता
---राजकपूर राजपूत''राज''

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