दुनिया में केवल ग़म दिखते हैं

दुनिया में केवल ग़म दिखते हैं
वो आजकल मुझे कम दिखते हैं

बताया था उसने मुझे दिल की बात
दिलवाले आजकल कम दिखते हैं

हवा पानी और मिट्टी ये इंसानों के हैं
बागों में चिड़ियां क्यों कम दिखते हैं

मोहब्बत छोड़ी उसने खुशी खुशी मगर
उसकी भी ऑ॑खें अब नम दिखते हैं

मुझे शक है उसके इश्क पे ना जाने क्यों
परवाह नहीं तो शिकायतें कम दिखते हैं
---राजकपूर राजपूत''राज''

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